PCOS In Hindi
यदि आपके शरीर पर ज्यादा हेयर ग्रोथ हो, समय पर पीरियड्स ना होना या फिर ज्यादा होना, पीरियड्स के वक्त दर्द, चेहरे पर खासतौर पर ठोड़ी के आस - पास ज्यादा पिंपल्स होना, लोअर बैली पर ज्यादा फैट होना, कई महिलाओं को इंसुलिन रेसिस्टेंस होने के कारण शरीर को रक्त से ग्लूकोज को ऊर्जा में बदलने में कठिनाई का सामना करना पड़ता है। ये सभी लक्षण हार्मोनल इम्बैलेंस होने की वजह से होते हैं। पीसीओएस से ग्रसित महिलाओं के लिए वजन कम करना बहुत आवश्यक है। इसलिए इस लेख में हम आपको PCOS In Hindi के बारे में बताएंगे। आपको वजन कम करने के कुछ ऐसे सरह टिप्स बताएंगे जिसे फाॅलो करके आप आसानी से वजन कम कर सकते हैं।
1. अपने खाने में फाइबर की मात्रा बढ़ाएं -
मोटा अनाज का सेवन करें, इसमे फाइबर की मात्रा ज्यादा होती है। जिससे हमारा पेट लम्बे समय तक भरा रहता है तो हमें बार - बार भूख भी नहीं लगती है। फाइबर ज्यादा होने पर शरीर में इनसुलिन रेसिस्टेंस भी कम होता है, जिससे शरीर की चर्बी कम होती है और वजन कम करने में मदद मिलती है।
2. प्रोटीन का सेवन करें -
पीसीओएस से ग्रसित महिलाओं के लिए बेहद ज़रूरी है कि वे अपनी डाइट में प्रोटीन अवश्य शामिल करे। अपने खाने में दाल, बीन्स, दूध को शामिल किजिए। प्रोटीन का सेवन करने से हमारा पेट केवल भरा हुआ ही नही लगता बल्कि हमें काफी समय तक एनर्जी भी देता है। यह ब्लड शुगर को भी बैलेंस करता है, जिससे कैलोरी भी बर्न होती है और वजन कम करने में मदद भी मिलती है।
3. कार्ब का कम सेवन करें -
कार्ब के सेवन से शरीर में इंसुलिन के स्तर को प्रभावित करता है, जिससे वजन बढ़ता है। यदि आप अपना वजन कम करना चाहते हैं तो अपने आहार में कार्ब को कम से कम शामिल करें। कार्ब का ज्यादा सेवन करने से इंसुलिन स्तर बिगड़ता है जिससे वजन बढ़ सकता है।
4. हेल्दी फैट को करे शामिल -
पीसीओएस से ग्रसित महिलाओं को अपनी डाइट में हेल्दी फैट अवश्य शामिल करना चाहिए। हेल्दी फैट जैसे कि - एवोकाडो, नट्स, आदि। हेल्दी फैट से आपका वजन नहीं बढ़ता और आपको बार - बार भूख भी नही लगती। कम कैलोरी का सेवन करने के कारण वजन कम करना भी आसान होता है।
5. मीठा और पैक्ड फूड से दूर रहें -
पीसीओएस से ग्रसित महिलाओं को पैक्ड फूड और मीठे पदार्थों का कम से कम सेवन करना चाहिए। मीठा खाने से शरीर का ब्लड शुगर लेवल बढ़ता है और आप मोटापे का शिकार हो सकते हैं। यदि आपका मीठा खाने का मन करे तो फल या फिर डार्क चाॅकलेट खाएं।
6. व्यायाम ज़रूरी है -
वजन कम करने के लिए आहार के साथ व्यायाम पर भी ध्यान देना बहुत ज़रूरी है। पीसीओएस से ग्रसित महिलाओं के लिए बहुत ज़रूरी है कि वे व्यायाम को अपने जीवन का हिस्सा बना ले। व्यायाम से अतिरिक्त कैलोरी कम होने के साथ इंसुलिन रेसिस्टेंस में भी सुधार करता है जो वजन कम करने में मदद करता है।
7. अच्छी नींद लें -
नींद पूरी न होने के कारण आपको ज्यादा भूख लगती है। क्योंकि नींद की कमी से भूख को नियंत्रित करने वाले हार्मोन्स असंतुलित हो जाते हैं। अच्छी नींद लेने से हम फ्रेश फील करते हैं। कम से कम 7 - 8 घंटे की नींद हमारे लिए आवश्यक है।
पीसीओएस की समस्या होने पर वजन बढ़ने के साथ आपको कई और परेशानी भी हो सकती है जैसे कि - बालों का झड़ना, अनियमित पीरियड्स, स्किन से जुड़ी परेशानी, डिप्रेशन, आदि। यदि आपको पीसीओएस के ऐसे लक्षण दिख रहे हैं तो डाॅक्टर से संपर्क करें और डाॅक्टर द्वारा दिए गए दिशा - निर्देशों का अच्छे से पालन करें।
1. PCOS क्या है?
PCOS हार्मोनल विकार है जिसमें महिलाओं के शरीर में एंड्रोजन ज्यादा बनने लगता है। यह वजन बढ़ने का कारण हो सकता है क्योंकि ये शरीर के मेटाबोलिज्म को प्रभावित करता है और शरीर में फैट जमा होने की संभावना को बढ़ाता है।
2. क्या PCOS में किसी खास आहार को शामिल किया जा सकता है?
PCOS में कुछ खास आहार शामिल किया जा सकता है। प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ लें, हेल्दी फैट, मोटा अनाज, फल, हरी पत्तेदार सब्जियों को अपने आहार में शामिल करें।
3. क्या व्यायाम PCOS में वजन कम करने में मददगार हो सकता है?
नियमित व्यायाम PCOS में वजन कम करने के लिए फायदेमंद हो सकता है। व्यायाम हार्मोनल संतुलित करने में मदद करता है, मेटाबोलिज्म बढ़ाता है और कैलोरी भी बर्न करता है। योग, साइकलिंग, वाॅकिंग जैसे व्यायाम को अपनाएं।
4. क्या ध्यान और प्राणायाम PCOS में मददगार साबित हो सकता है?
हाँ, PCOS में ध्यान और प्राणायाम मददगार साबित हो सकता है। इससे स्ट्रेस कंट्रोल होता है, हार्मोनल संतुलन को सुधारता है और शारीरिक एंव मानसिक स्वास्थ्य को सुधारने में मदद करता है।
5. PCOS के लिए वजन कम करने के लिए क्या सुझाव है?
PCOS में वजन कम करने के लिए कुछ सुझाव है। सही आहार, नियमित व्यायाम, अच्छी नींद लें और तनाव से दूर रहें। इसके अलावा, आप डाॅक्टर की सलाह लें क्योंकि वे आपके विशेष परिस्थितियों के अनुसार व्यक्तिगत सलाह देंगे।
1. अपने खाने में फाइबर की मात्रा बढ़ाएं -
मोटा अनाज का सेवन करें, इसमे फाइबर की मात्रा ज्यादा होती है। जिससे हमारा पेट लम्बे समय तक भरा रहता है तो हमें बार - बार भूख भी नहीं लगती है। फाइबर ज्यादा होने पर शरीर में इनसुलिन रेसिस्टेंस भी कम होता है, जिससे शरीर की चर्बी कम होती है और वजन कम करने में मदद मिलती है।
2. प्रोटीन का सेवन करें -
पीसीओएस से ग्रसित महिलाओं के लिए बेहद ज़रूरी है कि वे अपनी डाइट में प्रोटीन अवश्य शामिल करे। अपने खाने में दाल, बीन्स, दूध को शामिल किजिए। प्रोटीन का सेवन करने से हमारा पेट केवल भरा हुआ ही नही लगता बल्कि हमें काफी समय तक एनर्जी भी देता है। यह ब्लड शुगर को भी बैलेंस करता है, जिससे कैलोरी भी बर्न होती है और वजन कम करने में मदद भी मिलती है।
3. कार्ब का कम सेवन करें -
कार्ब के सेवन से शरीर में इंसुलिन के स्तर को प्रभावित करता है, जिससे वजन बढ़ता है। यदि आप अपना वजन कम करना चाहते हैं तो अपने आहार में कार्ब को कम से कम शामिल करें। कार्ब का ज्यादा सेवन करने से इंसुलिन स्तर बिगड़ता है जिससे वजन बढ़ सकता है।
4. हेल्दी फैट को करे शामिल -
पीसीओएस से ग्रसित महिलाओं को अपनी डाइट में हेल्दी फैट अवश्य शामिल करना चाहिए। हेल्दी फैट जैसे कि - एवोकाडो, नट्स, आदि। हेल्दी फैट से आपका वजन नहीं बढ़ता और आपको बार - बार भूख भी नही लगती। कम कैलोरी का सेवन करने के कारण वजन कम करना भी आसान होता है।
5. मीठा और पैक्ड फूड से दूर रहें -
पीसीओएस से ग्रसित महिलाओं को पैक्ड फूड और मीठे पदार्थों का कम से कम सेवन करना चाहिए। मीठा खाने से शरीर का ब्लड शुगर लेवल बढ़ता है और आप मोटापे का शिकार हो सकते हैं। यदि आपका मीठा खाने का मन करे तो फल या फिर डार्क चाॅकलेट खाएं।
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6. व्यायाम ज़रूरी है -
वजन कम करने के लिए आहार के साथ व्यायाम पर भी ध्यान देना बहुत ज़रूरी है। पीसीओएस से ग्रसित महिलाओं के लिए बहुत ज़रूरी है कि वे व्यायाम को अपने जीवन का हिस्सा बना ले। व्यायाम से अतिरिक्त कैलोरी कम होने के साथ इंसुलिन रेसिस्टेंस में भी सुधार करता है जो वजन कम करने में मदद करता है।
7. अच्छी नींद लें -
नींद पूरी न होने के कारण आपको ज्यादा भूख लगती है। क्योंकि नींद की कमी से भूख को नियंत्रित करने वाले हार्मोन्स असंतुलित हो जाते हैं। अच्छी नींद लेने से हम फ्रेश फील करते हैं। कम से कम 7 - 8 घंटे की नींद हमारे लिए आवश्यक है।
Conclusion
पीसीओएस की समस्या होने पर वजन बढ़ने के साथ आपको कई और परेशानी भी हो सकती है जैसे कि - बालों का झड़ना, अनियमित पीरियड्स, स्किन से जुड़ी परेशानी, डिप्रेशन, आदि। यदि आपको पीसीओएस के ऐसे लक्षण दिख रहे हैं तो डाॅक्टर से संपर्क करें और डाॅक्टर द्वारा दिए गए दिशा - निर्देशों का अच्छे से पालन करें।
FAQ
1. PCOS क्या है?
PCOS हार्मोनल विकार है जिसमें महिलाओं के शरीर में एंड्रोजन ज्यादा बनने लगता है। यह वजन बढ़ने का कारण हो सकता है क्योंकि ये शरीर के मेटाबोलिज्म को प्रभावित करता है और शरीर में फैट जमा होने की संभावना को बढ़ाता है।
2. क्या PCOS में किसी खास आहार को शामिल किया जा सकता है?
PCOS में कुछ खास आहार शामिल किया जा सकता है। प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ लें, हेल्दी फैट, मोटा अनाज, फल, हरी पत्तेदार सब्जियों को अपने आहार में शामिल करें।
3. क्या व्यायाम PCOS में वजन कम करने में मददगार हो सकता है?
नियमित व्यायाम PCOS में वजन कम करने के लिए फायदेमंद हो सकता है। व्यायाम हार्मोनल संतुलित करने में मदद करता है, मेटाबोलिज्म बढ़ाता है और कैलोरी भी बर्न करता है। योग, साइकलिंग, वाॅकिंग जैसे व्यायाम को अपनाएं।
4. क्या ध्यान और प्राणायाम PCOS में मददगार साबित हो सकता है?
हाँ, PCOS में ध्यान और प्राणायाम मददगार साबित हो सकता है। इससे स्ट्रेस कंट्रोल होता है, हार्मोनल संतुलन को सुधारता है और शारीरिक एंव मानसिक स्वास्थ्य को सुधारने में मदद करता है।
5. PCOS के लिए वजन कम करने के लिए क्या सुझाव है?
PCOS में वजन कम करने के लिए कुछ सुझाव है। सही आहार, नियमित व्यायाम, अच्छी नींद लें और तनाव से दूर रहें। इसके अलावा, आप डाॅक्टर की सलाह लें क्योंकि वे आपके विशेष परिस्थितियों के अनुसार व्यक्तिगत सलाह देंगे।